ओडिशा में पुलिस से मदद मांगने गए सेना के ऑफिसर की मंगेतर के साथ पुलिस ने जिस तरह बर्बरता और यौन हिंसा की:-
लिस से मदद मांगने गए एक सेना अधिकारी को बेरहमी से पीटा गया और उनकी मंगेतर को कस्टडी में उत्पीड़ित किया गया। यह घृणित घटना पूरी मानवता को शर्मसार करने वाली है।
भाजपा सरकार में महिलाओं के विरुद्ध अपराध पूरी तरह से बेकाबू और निरंकुश हो चुका है। जब सरकारी तंत्र के ही भीतर अन्याय पनपता और शरण पाता है तो आम नागरिक सहायता की आस किससे लगाए?
इस घटना के सभी दोषी सख्त से सख्त कानूनी सजा के पात्र हैं – उनके खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई कर आज भारत की जनता, खास कर महिलाओं के समक्ष न्याय और सुरक्षा की मिसाल पेश करने की दरकार है।ओडिशा में घटित भयंकर घटना ने देश की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं
ओडिशा में पुलिस से मदद मांगने गए सेना के ऑफिसर की मंगेतर के साथ पुलिस ने जिस तरह बर्बरता की, उससे पूरा देश स्तब्ध है:
ओडिशा की एक बेटी अपना रेस्टोरेंट बंद कर निकलती है। रास्ते में उसके साथ छेड़छाड़ होती है। पीड़ित महिला ने बताया कि पुलिस स्टेशन में उनके हाथ-पैर बांध दिए गए। एक पुलिस वाला आकर उनके अंडरगार्मेंटस निकाल देता है, उनकी छाती पर मारता है और अश्लील बातें करता है।
ये उस ओडिशा में हो रहा है, जहां BJP सरकार के 100 दिन पूरे हुए हैं। जहां नरेंद्र मोदी महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण की बातें करते हैं।
पीड़ित महिला खुद एक वकील होने के साथ ही भारतीय सेना के अधिकारी की मंगेतर हैं, जो सिख रेजिमेंट में मेजर हैं।